मैसिव फ़ाउंडेशन रिक्शा चालक राहत कोश

२ एप्रिल, २०२०

COVID-19 के चलते पैदा हुई लॉकडाउन की इस स्थिति में मैसिव फ़ाउंडेशन ने रिक्शा चालकों की सहायता के लिए २१ दिन के बुनियादी राशन का प्रबंध करने की घोषणा की है। इस योजना के तहत मैसिव फ़ाउंडेशन ने रिक्शा चालकों को १० किलो आटा, ५ किलो चावल, २ किलो दाल, १ लीटर तेल, एक पैकेट हैंडवाश एवं ५ मास्क का प्रबंध करने का फ़ैसला किया है।

ये ज्ञात रहे कि ई-रिक्शा चालकों की आमदनी दैनिक यानी कि दिहाड़ी के रूप में होती है जो की लॉकडाउन की इस स्थिति में सम्भव नहीं है, इनके पास इतनी जमापूँजी भी नहीं होती की ये मुसीबत के समय में घर में बैठ कर खा सकें।बहुत से ई-रिक्शा चालक ज़्यादातर किराए पर रिक्शा चलाते हैं या अपनी नगण्य/ ना के बराबर आमदनी से लोन पर ई-रिक्शा लेते हैं।
इन में से कई अपने गृह राज्यों से दूर अपनी आजीविका के लिए आए होते हैं। इनके ही जैसे अपने घरों से दूर रोज़ी-रोटी के लिए आए हज़ारों लोग इस विकट समय में सहायता एवं जानकारी के आभाव में अपने तत्कालीन घरों से निकल आज दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर जा फ़सें हैं।

COVID-19 को हराने के लिए सरकार युद्धस्तर पर प्रयास कर रही है, लेकिन ये सिर्फ़ सरकार का उत्तरदायित्व नहीं है इस आपदा के समय में हम सब को मिलकर यथासंभव प्रयत्न करने होंगे। मैसिव ई-मोबिलिटी की एक टीम NCR में आजीविका के लिए संघर्ष कर रहे ई-रिक्शा चालकों से सम्पर्क बनाए हुए है ताकि इस दुर्भाग्यपूर्ण समय में इनकी तत्काल सहायता की जा सके।

मैसिव फ़ाउंडेशन:
मैसिव फ़ाउंडेशन एक नॉन-प्रॉफ़िट संगठन हैं जो कि पर्यावरण सम्बन्धित समस्याओं को व्यहवारिक नीतियों, शोध परियोजनाओं एवं प्रदूषण निवारण वार्ताओं के द्वारा हल करने पर केंद्रित है।मैसिव फ़ाउंडेशन के प्रमुख केंद्र बिंदु हैं – स्वच्छ ऊर्जा, स्वच्छ परिवहन, दीर्घकालिक कृषि, अपशिष्ट (कचरा) प्रबंधन और जल शुद्धीकरण के साथ साथ पेयजल की सुगम उपलब्धि। मैसिव फ़ाउंडेशन पर्यावरण सम्बन्धित समस्याओं के समाधान केलिए लगभग सभी क्षेत्रों में प्रयासरत है। इन्हीं में से एक है मैसिव ई-मोबिलिटी।

मैसिव ई-मोबिलिटी:

मैसिव ई-मोबिलिटी ई-रिक्शा चालकों उनकी सुविधा के अनुरूप लोन दे कर ना सिर्फ़ ई-रिक्शा चालकों बल्कि लास्ट माईल मोबिलिटी से जुड़े और भी बहुत लोगों के सामाजिक-आर्थिक समन्वय एवं समृद्धि के लिए कार्यरत है। मैसिव ई-मोबिलिटी चूँकि ई-रिक्शा चालकों के साथ काफ़ी समय से कार्यरत है इसलिए इनकी समस्याओं से भी भलीभाँति अवगत है।

मैसिव ई-मोबिलिटी आजीविका के लिए संघर्षरत ई-रिक्शा चालकों की सहायता के लिए सदैव प्रतिबद्ध है।

मैसिव फ़ाउंडेशन:
मैसिव धरा संस्थान /